भारत की संसद द्वारा पारित ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 के कारण देश का सबसे बड़ा फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म Dream11 को अपने रियल-मनी गेमिंग व्यवसाय को बंद करना पड़ा। इस फैसले से
28 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता और वार्षिक ₹9,600 करोड़ का राजस्व रखने वाली कंपनी अस्तित्व के संकट का सामना कर रही है।
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Online Gaming Bill 2025 का प्रभाव
प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों से पारित हो चुका है एवं अब राष्ट्रपति अनुमोदन की प्रतीक्षा में है। इस बिल ने पूरे रियल-मनी गेमिंग सेक्टर को प्रभावित कर दिया है:
- पूर्ण प्रतिबंध: फैंटेसी स्पोर्ट्स, पोकर, रमी सहित सभी पैसे आधारित ऑनलाइन गेम्स पर रोक।
- सख्त दंड: उल्लंघन पर 3 साल की जेल या ₹1 करोड़ तक का जुर्माना।
- विज्ञापन प्रतिबंध: रियल-मनी गेम्स के प्रचार पर रोक।
- ई-स्पोर्ट्स प्रोत्साहन: केवल बिना पैसे वाली स्किल-आधारित गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स की अनुमति।
Dream11 की स्थिति – कंपनी के प्रमुख आँकड़े
- रजिस्टर्ड यूजर्स: 28 करोड़+
- वार्षिक राजस्व (FY24): ₹9,600 करोड़
- वैल्यूएशन (2021): $8 बिलियन
- राजस्व निर्भरता: 90%+ रियल-मनी कंटेस्ट्स पर
Dream Sports के सीईओ हर्ष जैन ने कर्मचारियों को बताया कि “नए कानून के लागू होते ही रियल-मनी गेम्स जारी रखना असंभव होगा।”
इंडस्ट्री पर व्यापक प्रभाव – आर्थिक असर
- इंडस्ट्री का आकार: ₹2 लाख करोड़
- वार्षिक राजस्व: ₹31,000 करोड़
- टैक्स योगदान: ₹20,000 करोड़+
- नौकरियों का नुकसान: 2 लाख+
- कंपनियों का बंद होना: 400+
प्रमुख प्लेटफॉर्म बंद
- Dream11: सभी कैश गेम्स बंद
- MPL: रियल-मनी ऑफरिंग्स बंद
- Zupee: पेड गेम्स बंद, केवल फ्री गेम्स
- PokerBaazi, RummyCulture, Probo, A23 Rummy/Poker: सभी रियल-मनी ऑपरेशंस बंद
सरकार ने बिल पेश करते समय बताया कि
- मानसिक स्वास्थ्य: गेमिंग लत से बचाव
- वित्तीय सुरक्षा: उपयोगकर्ताओं के नुकसान को रोकना
- राष्ट्रीय सुरक्षा: मनी लॉन्ड्रिंग व आतंकवाद फंडिंग पर अंकुश
- नाबालिग सुरक्षा: बच्चों की सुरक्षा
सरकारी आँकड़ों के अनुसार, भारत में लगभग 45 करोड़ लोग रियल-मनी गेमिंग में संलग्न हैं और ₹20,000 करोड़ सालाना गंवा बैठते हैं।

फैंटेसी स्पोर्ट्स मार्केट का भविष्य बिल से पहले के अनुमान:
- 2024 मार्केट वैल्यू: $19.56–28.98 बिलियन
- 2030 प्रोजेक्शन: $72.06–407.78 बिलियन
- CAGR: 13.9%–38.13%
- उपयोगकर्ता: 180–500 मिलियन
- क्रिकेट गतिविधि: 85% यूजर्स क्रिकेट फैंटेसी खेलते थे
Dream Sports की नई रणनीति राजस्व के बड़े हिस्से पर प्रहार के बाद Dream Sports फोकस कर रही है:
- FanCode: स्पोर्ट्स कंटेंट और ई-कॉमर्स
- DreamSetGo: स्पोर्ट्स ट्रैवल और अनुभव
- Dream Game Studios: गेम डेवलपमेंट
- स्पोर्ट्स मीडिया: Cricbuzz, Willow TV
- अंतरराष्ट्रीय विस्तार
स्पोर्ट्स इकोसिस्टम पर प्रभाव फैंटेसी प्लेटफॉर्म प्रमुख स्पॉन्सर थे:
- BCCI: Dream11 टीम इंडिया का टाइटल स्पॉन्सर
- IPL: फैंटेसी राइट्स पार्टनर
- लीग्स: ISL, Pro Kabaddi League आदि
BCCI सचिव देवजित साइकिया ने कहा, “सरकारी कानून के विपरीत कोई कदम नहीं उठाएँगे।”
ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 ने Dream11 सहित पूरे रियल-मनी गेमिंग सेक्टर का अस्तित्व ही समाप्त कर दिया। ₹2 लाख करोड़ के मार्केट मूल्य और लाखों नौकरियों के साथ इस उद्योग का सुनहरा युग अब इतिहास बन चुका है। आगे का सवाल है—क्या Dream Sports अपने गैर-पैसे वाले वर्टिकल्स से पुनर्जीवित हो पाएगा?