NASA की नई खोज ने अंतरिक्ष विज्ञान की सोच बदल दी
NASA ने एक ऐसी खोज की है जिसने वैज्ञानिकों को चौंका दिया है। सौरमंडल के सबसे गर्म ग्रह मर्करी (Mercury) पर बर्फीले पानी की मौजूदगी पाई गई है। ये खोज यह दर्शाती है कि अंतरिक्ष में पानी की उपस्थिति सिर्फ ठंडे ग्रहों तक सीमित नहीं है, बल्कि वो सबसे गर्म जगहों पर भी मिल सकती है – बशर्ते परिस्थितियाँ अनुकूल हों।
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मर्करी: सूरज का सबसे नज़दीकी और सबसे गर्म ग्रह
मर्करी सूर्य से सबसे नजदीक स्थित ग्रह है। यहां दिन का तापमान 430 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है, जबकि रात में यह तापमान -180 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। इतनी गर्मी और तापमान के बीच वहां बर्फ का मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं लगता।
NASA MESSENGER मिशन ने किया खुलासा
MESSENGER (MErcury Surface, Space ENvironment, GEochemistry, and Ranging) मिशन 2011 से 2015 तक मर्करी की कक्षा में सक्रिय रहा। इसने पहली बार मर्करी के ध्रुवीय क्षेत्रों (Polar Regions) में बर्फ की मौजूदगी के प्रमाण जुटाए। खासतौर पर Prokofiev Crater जैसे गड्ढों में बर्फ के जमाव के संकेत मिले।
खोज की प्रक्रिया: कैसे हुआ मर्करी पर बर्फ का पता?
NASA रेडियो टेलीस्कोप की सहायता
- अमेरिका के Arecibo Radio Telescope और Goldstone Antenna ने मर्करी से लौटने वाली रेडियो तरंगों का विश्लेषण किया।
- इन तरंगों में अत्यधिक परावर्तन (High Reflection) और डिपोलराइजेशन की उपस्थिति ने बर्फ के संकेत दिए।
स्थायी छाया वाले क्रेटर
- मर्करी का axial tilt सिर्फ 0.03° है, जिससे इसके ध्रुवीय गड्ढों में सूरज की रोशनी कभी नहीं पहुंचती।
- इन गड्ढों का तापमान -200 डिग्री सेल्सियस तक गिरता है, जहां बर्फ लाखों सालों से जमी हुई है।
गर्म ग्रह पर बर्फ कैसे बची रही?
- मर्करी के Permanent Shadowed Craters इतने गहरे हैं कि उनमें रोशनी का प्रवेश नहीं होता।
- वैज्ञानिकों का मानना है कि यह बर्फ धूमकेतुओं (Comets) की टक्कर या ग्रह के भीतर से निकली जलवाष्प (Water Vapor) के कारण वहां जम गई होगी।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से क्यों अहम है यह खोज?
जीवन की संभावना का विस्तार
जहां पानी होता है, वहां जीवन की संभावना भी होती है। मर्करी पर बर्फ की मौजूदगी से यह सिद्ध होता है कि ब्रह्मांड में जीवन की संभावना अब पहले से कहीं ज्यादा व्यापक हो सकती है।

ग्रहों की उत्पत्ति को समझने में मदद
मर्करी जैसे गर्म और छोटे ग्रह पर बर्फ की मौजूदगी यह सवाल उठाती है कि प्रारंभिक सौरमंडल में पानी की आपूर्ति कैसे हुई। यह जानकारी exoplanets की खोज में भी उपयोगी साबित होगी।
NASA: भविष्य के मानव मिशनों के लिए संसाधन
यदि मर्करी पर मानव मिशन भेजा जाए, तो वहां की बर्फ से पेयजल, ऑक्सीजन और रॉकेट फ्यूल तैयार किया जा सकता है। यह NASA के Artemis Program जैसे मिशनों के लिए नई दिशा खोलता है।
मर्करी के अलावा अन्य ग्रहों पर बर्फ की स्थिति
ग्रह / उपग्रह | बर्फ की उपस्थिति | विवरण |
---|---|---|
चंद्रमा (Moon) | मौजूद | LCROSS मिशन से पुष्टि |
मंगल (Mars) | मौजूद | ध्रुवीय टोपियाँ बर्फ से ढकी |
यूरोपा (Europa – Jupiter का चंद्रमा) | बड़ी मात्रा में | सतह के नीचे महासागर |
K2-18b (Exoplanet) | जलवाष्प की पुष्टि | संभावित रहने योग्य क्षेत्र में स्थित |
भविष्य की खोजों में JWST की भूमिका
NASA का James Webb Space Telescope (JWST) ब्रह्मांड का सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप है। यह अंतरिक्ष में पानी, ऑर्गेनिक अणुओं और जीवन के संभावित संकेतों की खोज में सक्रिय है। हाल ही में इसने HD 181327 नामक तारे के आसपास बर्फीले पानी की खोज की है, जो ग्रह निर्माण के अध्ययन में मददगार सिद्ध होगा।
निष्कर्ष: ब्रह्मांड के रहस्य अभी बाकी हैं
मर्करी पर बर्फ की मौजूदगी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ब्रह्मांड में पानी की मौजूदगी कितनी अप्रत्याशित और रहस्यमयी हो सकती है। यह खोज न सिर्फ वैज्ञानिकों की समझ को नया आयाम देती है, बल्कि आने वाले समय में अन्य ग्रहों पर जीवन की खोज और मानव उपनिवेशों की संभावना को भी मजबूत करती है।
क्या मर्करी की यह बर्फ भविष्य की अंतरिक्ष यात्रा का आधार बनेगी? क्या इस खोज के जरिए हम ब्रह्मांड में जीवन के और प्रमाण खोज पाएंगे? ये सवाल अभी बाकी हैं — और उत्तर शायद मर्करी की बर्फ में ही छिपे हों।
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